ओजोन परत संरक्षण दिवस :16 सितंबर
दोस्तों आज है ओजोन दिवस
बचपन से ही शिक्षक गण हमें पढ़ाते आ रहे हैं कि हमारी पृथ्वी को एक रक्षा कवच प्राप्त है. जो हमारी रक्षा करती है सूर्य से आने वाली पराबैंगनी किरणों से.......................
लेकिन आज की वैज्ञानिक विकास और सुख सुविधाओं ने इस रक्षा कवच का विनाश करना शुरु कर दिया हैhttp://kholkedekhlo. blogspot.com/
आइए सबसे पहले हम जानते हैं कि ओजोन है क्या?http://kholkedekhlo. blogspot.com/
यह हल्की नीले रंग की गैस है जो ऑक्सीजन की तीन परमाणुओं का योगिक है ओजोन परत सामान्यतः 10 किलोमीटर से 50 किलोमीटर की ऊंचाई के मध्य पाई जाती है सूर्य से जो पराबैंगनी किरणें आती है यह परत उन किरणों को फिल्टर करने का कार्य करती है लिखित आज के हमारे वैज्ञानिक विकास और सुख सुविधाओं भरे माहौल ने विश्व को संकट में ला खड़ा कर दिया है गर्मियों में हमें फ्रिज का ठंडा पानी चाहिए तथा ac का ठंडा माहोल लेकिन हमें शायद ही पता हो कि यह दोनों सुविधा प्रदान करने वाली चीजें जिन गैस को हमारे पर्यावरण में छोड़ती है वह जहरीली हैं और ओजोन परत के लिए भी नुकसान देह हैं
इसके बचाव हेतु कई सम्मेलन हो चुके हैं लेकिन परिणाम न के बराबर है. दोस्तों बात ऐसी है कि इस विकास भरे माहौल में सुख सुविधाओं को छोड़ पाना बहुत की मुश्किल तो चुका है. हम आपसे यह तो नहीं कह रहे कि आप अपने घर से फ्रिज निकाल दीजिए या फिर एसी को तोड़ ताड़ के फेक दीजिए..http://kholkedekhlo. blogspot.com/
हां आप एक काम जरूर का सकते हैं कि ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण कीजिए
वृक्षारोपण इस नुकसान को काफी हद तक कम कर सकता है. साथ ही साथ वृक्षारोपण एक आनंददायक क्रिया है । आप इसकी शुरुआत खुद कर सकते है।http://kholkedekhlo. blogspot.com/
आज हम KKDL के माध्यम से यह संदेश पूरे भारत के बाशिंदों तक पहुचाना चाहते हैं कि अभी भी समय है कि हम इस समस्या के प्रति गम्भीर हों और अपनी इस छतरी ओज़ोन परत को वृक्षारोपण के माध्यम से बचाने की शुरूआत करें। अगर आज हम न जागे तो कल तक बहुत देर हो चुकी होगी।।http://kholkedekhlo. blogspot.com/
अकेले में बैठ कर इस पर जरूर गौर करें।
(एक शुरुआत :छतरी को बचाने की)
ज्यादा से ज्यादा share करें।
Share करने में कंजूसी नही करना ।।।।।
http://kholkedekhlo.blogspot. com/
दोस्तों आज है ओजोन दिवस
बचपन से ही शिक्षक गण हमें पढ़ाते आ रहे हैं कि हमारी पृथ्वी को एक रक्षा कवच प्राप्त है. जो हमारी रक्षा करती है सूर्य से आने वाली पराबैंगनी किरणों से.......................
लेकिन आज की वैज्ञानिक विकास और सुख सुविधाओं ने इस रक्षा कवच का विनाश करना शुरु कर दिया हैhttp://kholkedekhlo.
आइए सबसे पहले हम जानते हैं कि ओजोन है क्या?http://kholkedekhlo.
यह हल्की नीले रंग की गैस है जो ऑक्सीजन की तीन परमाणुओं का योगिक है ओजोन परत सामान्यतः 10 किलोमीटर से 50 किलोमीटर की ऊंचाई के मध्य पाई जाती है सूर्य से जो पराबैंगनी किरणें आती है यह परत उन किरणों को फिल्टर करने का कार्य करती है लिखित आज के हमारे वैज्ञानिक विकास और सुख सुविधाओं भरे माहौल ने विश्व को संकट में ला खड़ा कर दिया है गर्मियों में हमें फ्रिज का ठंडा पानी चाहिए तथा ac का ठंडा माहोल लेकिन हमें शायद ही पता हो कि यह दोनों सुविधा प्रदान करने वाली चीजें जिन गैस को हमारे पर्यावरण में छोड़ती है वह जहरीली हैं और ओजोन परत के लिए भी नुकसान देह हैं
इसके बचाव हेतु कई सम्मेलन हो चुके हैं लेकिन परिणाम न के बराबर है. दोस्तों बात ऐसी है कि इस विकास भरे माहौल में सुख सुविधाओं को छोड़ पाना बहुत की मुश्किल तो चुका है. हम आपसे यह तो नहीं कह रहे कि आप अपने घर से फ्रिज निकाल दीजिए या फिर एसी को तोड़ ताड़ के फेक दीजिए..http://kholkedekhlo.
हां आप एक काम जरूर का सकते हैं कि ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण कीजिए
वृक्षारोपण इस नुकसान को काफी हद तक कम कर सकता है. साथ ही साथ वृक्षारोपण एक आनंददायक क्रिया है । आप इसकी शुरुआत खुद कर सकते है।http://kholkedekhlo.
आज हम KKDL के माध्यम से यह संदेश पूरे भारत के बाशिंदों तक पहुचाना चाहते हैं कि अभी भी समय है कि हम इस समस्या के प्रति गम्भीर हों और अपनी इस छतरी ओज़ोन परत को वृक्षारोपण के माध्यम से बचाने की शुरूआत करें। अगर आज हम न जागे तो कल तक बहुत देर हो चुकी होगी।।http://kholkedekhlo.
अकेले में बैठ कर इस पर जरूर गौर करें।
(एक शुरुआत :छतरी को बचाने की)
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